Janki Bodiawala wins 71st National Award for Vash Movie: जांकी बोडीवाला को “वश” के लिए नेशनल अवॉर्ड — गुजराती सिनेमा की नई शिखर पर

 71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में गुजराती फिल्म “वश” (Vash) ने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। फिल्म को बेस्ट गुजराती फीचर फिल्म का पुरस्कार मिला है, वहीं इस फिल्म में समर्थन भूमिका में शानदार अभिनय के लिए जांकी बोडीवाला को श्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का नेशनल अवॉर्ड प्रदान किया गया है। यह दोनों अवॉर्ड न सिर्फ जांकी के लिए, बल्कि गुजराती सिनेमा और क्षेत्रीय फिल्मों के लिए एक गर्व का पल है।

“वश”: कहानी और भूमिका

“वश” एक सुपरनेचुरल सायकोलॉजिकल हॉरर थ्रिलर है, जिसे कृष्णदेव याग्णिक ने लिखा और निर्देशित किया है। कहानी एक परिवार के इर्द‑गिर्द घूमती है जो एक अजनबी व्यक्ति द्वारा प्रयोग की गई जादुई शक्ति से जूझता है, और इस असाधारण परिस्थिति में डर और मानसिक तनाव उत्पन्न हो जाता है।

जांकी बोडीवाला ने इस फिल्म में सहायक भूमिका निभाई है, जहाँ उनका किरदार भावनात्मक रूप से गहरा और चुनौतीपूर्ण है। उनके अभिनय ने दर्शकों और समीक्षकों दोनों का ध्यान खींचा है।

 अवॉर्ड जीत और प्रतिक्रिया

71वाँ नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स, जो कि भारत सरकार की ओर से प्रतिष्ठित पुरस्कार है, वर्ष 2023 की फिल्मों के लिए आयोजित किया गया। इस समारोह में “वश” फिल्म को गुजराती फीचर फिल्म के श्रेष्ठ श्रेणी में सम्मानित किया गया, और साथ ही जांकी बोडीवाला को बेस्ट सपोर्टिंग अभिनेत्री का नेशनल सम्मान मिला।

जांकी ने इस जीत को बहुत ही भावुकता के साथ स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान उनका व्यक्तिगत मिल का पत्थर है, लेकिन साथ ही यह गुजराती सिनेमा की कहानी कहने की क्षमता और क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों की राष्ट्रीय मान्यता को बढ़ाने वाला कदम भी है।
वे विशेष रूप से निर्देशक कृष्णदेव याग्णिक का आभार व्यक्त कर रही हैं, जिनकी प्रेरणा और निर्देशन ने उन्हें अपनी सीमा से आगे जाकर एक मजबूत प्रदर्शन देने का अवसर दिया।

कैरियर की महत्वपूर्ण यादें और आगे की राह

  • “वश” की सफलता के बाद इसकी हिंदी रीमेक, जिसका नाम “Shaitaan” है, रिलीज़ हुई। उसमें जांकी ने अपनी भूमिका को दोबारा निभाया।हाल ही में इसका सीक्वल “Vash: Level 2” भी आया है, जिसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी पकड़ बनाई है और दर्शकों की अपेक्षाएँ बढ़ा दी हैं।

  • जांकी ने मीडिया से कहा है कि ये उपलब्धियाँ न सिर्फ उन्हें बल्कि उन सभी को प्रेरित करें जो क्षेत्रीय भाषा में काम कर रहे हैं, खासकर महिला कलाकारों को, कि मजबूत और विविध किरदारों को अनुरूप सम्मान मिलता है।

यह जीत सिर्फ एक पुरस्कार से ज़्यादा है:

  1. गुजराती सिनेमा को मान्यता — “वश” की प्रशंसा यह दर्शाती है कि गुजराती फिल्मों की कहानियाँ, प्रस्तुति और अभिनय राष्ट्रीय मंच पर भी अपना मुकाम स्थापित कर सकते हैं।

  2. राज्य‑भाषाओं का सशक्तिकरण — ऐसी जीतें क्षेत्रीय सिनेमा को बड़ा मंच प्रदान करती हैं, जिससे स्थानीय संवेदनाएँ, कहानियाँ और संस्कृति राष्ट्रीय स्तर पर पहुँचती हैं।

  3. महिला कलाकारों को प्रेरणा — जांकी बोडीवाला की सफलता यह संकेत है कि सहायक भूमिका निभाने वाली महिला कलाकार भी सम्मान और लोकप्रियता पा सकती हैं, खासकर जब भूमिका भावनात्मक, जटिल और केंद्रित हो।

  4. भविष्य के अवसर — यह पुरस्कार जांकी के करियर में नई ऊंचाइयाँ ला सकता है; बेहतर भूमिकाएँ, व्यापक दर्शक‑श्रृंखला और शायद हिन्दी और अन्य भाषाओं में भी ऐसी भूमिकाएँ।

जांकी बोडीवाला का नेशनल अवॉर्ड जीतना और “वश” की Best Gujarati Film की उपाधि प्राप्त करना न केवल उनके व्यक्तित्व की उपलब्धि है, बल्कि यह गुजराती सिनेमा की वृद्धि का प्रतीक है। इससे यह भरोसा दिलाता है कि भारतीय सिनेमा में क्षेत्रीय फिल्मों की जगह मजबूत हो रही है, और प्रतिभाशाली कलाकारों को पहचान मिल रही है।

जांकी के लिए यह शुरुआत है — बहुत से अच्छे अवसर और बड़ी भूमिकाएँ अभी उनकी प्रतीक्षा कर रही हैं। और “वश” तथा उसके आगामी हिस्से “Vash: Level 2” के साथ गुजराती फिल्म इंडस्ट्री भी नए दर्शकों और आलोचकों के बीच अपनी स्थिति और मजबूत करेगी।

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